विदेशी पर्यटकों को भायी चंबा की संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर

जर्मनी से आए पर्यटकों चंबा की प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की खूबसूरती और सांस्कृतिक धरोहर से हुए मंत्रमुग्ध गर्मियों की छुट्टियों में जहां अध...

विदेशी पर्यटकों को भायी चंबा की संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर

विदेशी पर्यटकों को भायी चंबा की संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर

जर्मनी से आए पर्यटकों चंबा की प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की खूबसूरती और सांस्कृतिक धरोहर से हुए मंत्रमुग्ध

गर्मियों की छुट्टियों में जहां अधिकांश पर्यटक ठंडी और शांतिपूर्ण जगहों की तलाश करते हैं, वहीं जर्मनी से आए विदेशी सैलानी चंबा को अपनी यात्रा का मुख्य आकर्षण मान रहे हैं। रविवार को चंबा में विदेशी पर्यटकों की खास चहल-पहल देखने को मिली। जर्मनी से आए पर्यटकों ने चंबा के प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का दौरा किया और शहर की खूबसूरती और सांस्कृतिक धरोहर से मंत्रमुग्ध हो गए। चंबा के लक्ष्मी नारायण मंदिर, हरिराय मंदिर, रंगमहल, सीता राम मंदिर और अन्य ऐतिहासिक स्थलों की सुंदरता को पर्यटकों ने बड़े उत्साह के साथ निहारा। इसके अलावा, स्थानीय बाजारों में भी विदेशी सैलानियों ने पारंपरिक हस्तशिल्प, ऊनी वस्त्रों और चंबा की प्रसिद्ध रूमाल कढ़ाई में खास रुचि दिखाई।

गर्मियों में पर्यटकों की यह आमद स्थानीय रोजगार, हस्तशिल्प और पर्यटन से जुड़े व्यवसायों के लिए भी लाई नई ऊर्जा

जर्मनी से आई पर्यटक अन्ना मोलर ने कहा कि चंबा की वादियां, मंदिर और यहां की संस्कृति बेहद खास हैं। यहां आकर मानसिक शांति मिली। वहीं, उनके साथी डेविड शुल्ज ने कहा कि यहाँ की वास्तुकला और इतिहास देखने लायक हैं। मैंने भारत के बारे में बहुत कुछ सुना था, लेकिन चंबा आकर असली अनुभव मिला। चंबा की बढ़ती लोकप्रियता सिर्फ इसके सांस्कृतिक और प्राकृतिक सौंदर्य की वजह से नहीं है, बल्कि इसकी सांस्कृतिक गहराई और ऐतिहासिक महत्व के कारण भी है। चंबा ने अपने ऐतिहासिक स्थलों और प्राकृतिक सुंदरता के जरिए विदेशी पर्यटकों को आकर्षित किया है। गर्मियों में पर्यटकों की यह आमद स्थानीय रोजगार, हस्तशिल्प और पर्यटन से जुड़े व्यवसायों के लिए भी एक नई ऊर्जा लेकर आई है।