प्रदर्शनकारियों ने "पाकिस्तान मुर्दाबाद" और "शहीदों को श्रद्धांजलि" जैसे लगाए नारे पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में...
पर्यटक नगरी डल्हौजी में पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में लोगों ने निकाली रोष रैली
प्रदर्शनकारियों ने "पाकिस्तान मुर्दाबाद" और "शहीदों को श्रद्धांजलि" जैसे लगाए नारे
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में पर्यटक नगरी डल्हौजी के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान दोपहर 12:00 बजे तक स्वेच्छा से बंद रखे गए। हमले से आक्रोशित लोगों ने एकजुट होकर ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान स्थानीय व्यापारियों की अगुआई में गांधी चौक से एक विशाल रोष रैली निकाली गई, जो ठंडी सड़क, सुभाष चौक, पतरैणी चक्र से होकर पुनः गांधी चौक पर सम्पन्न हुई। रैली में व्यापारियों के अलावा पर्यटक, तिब्बती समुदाय और विभिन्न सामाजिक संगठनों के सदस्य भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने "पाकिस्तान मुर्दाबाद" और "शहीदों को श्रद्धांजलि" जैसे नारे लगाए और सरकार से इस हमले का माकूल जवाब देने की मांग की। व्यापारियों ने कहा कि इस कायराना हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है और अब वक्त आ गया है कि केंद्र सरकार निर्णायक कार्रवाई करे। रैली शांतिपूर्ण रही लेकिन जनभावनाओं में गहरा आक्रोश देखा गया। इस दौरान देहरादून से आई पर्यटक मीनाक्षी ने इस कायराना और घृणित हमले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसकी घोर निंदा की और केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री से आतंकवादियों को सजा मौत देने की मांग की।
आतंकवादी निहत्थे और निर्दोष लोगों पर हमला करके देशवासियों में बनाना चाहते भय का माहौल
विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश संयोजक चतर सेन ने कहा कि आतंकवादी जिस तरह निहत्थे और निर्दोष लोगों पर हमला करके देशवासियों में भय का माहौल बनाना चाहते हैं वह अपने इस दुष्कृत्य में कभी भी कामयाब नहीं हो पाएंगे क्योंकि आज पूरा देश एकजुट होकर इन आतंकवादियों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहा है और पूरे देशवासियों की सहानुभूति एवं संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। इस दौरान स्थानीय व्यापारी राम सिंह बबलू ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द कोई उचित कार्रवाई करते हुए इन आतंकवादियों व इसके आकाओं को माकूल जवाब दे। रोष प्रदर्शन में मौजूद नगर परिषद के उपाध्यक्ष संजीव पठानिया ने कहा कि सीमा पार से पाकिस्तान समय-समय पर जो ऐसे आतंकवादी भेज कर भारत में इस तरह की घटनाएं करवाई जाती हैं उसके लिए जल्द से जल्द इन उग्रवादियों सहित पाकिस्तान को भी कड़ा जवाब देकर उसकी इस घृणित मानसिकता को खत्म करने की आवश्यकता है।