कोरोना काल में जब दुनिया घर के अंदर थी, तब हमने ही जिंदगियां बचाईं, अब हमसे अन्याय क्यों

तपोवन में आयोजित विधानसभा सत्र के दौरान कोरोना काल में अपनी सेवाएं देने वाले करोना वॉरियर्स अपनी समस्याओं को लेकर विधानसभा सत्र के पहले दिन धर्मशाला प...

कोरोना काल में जब दुनिया घर के अंदर थी, तब हमने ही जिंदगियां बचाईं, अब हमसे अन्याय क्यों

कोरोना काल में जब दुनिया घर के अंदर थी, तब हमने ही जिंदगियां बचाईं, अब हमसे अन्याय क्यों

तपोवन में आयोजित विधानसभा सत्र के दौरान कोरोना काल में अपनी सेवाएं देने वाले करोना वॉरियर्स अपनी समस्याओं को लेकर विधानसभा सत्र के पहले दिन धर्मशाला पहुंचे। उन्होंने कहा कि पिछले कल कोरोना विरियर्स विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया से मिले हैं और उनके लिए एक पॉलिसी तैयार करने का आश्वासन दिया है और कहा है कि जल्द ही कोरोना विरियर्स के लिए पॉलिसी बनाई जाएगी।

कोरोना काल में नेशनल अवार्ड और अब नौकरी के लिए भटक रहे हैं कोरोना वॉरियर्स

वॉरियर्स का कहना है कि दिन-रात ड्यूटी देने वाले कोरोना वारियर्स आज नौकरी के लिए भटक रहे हैं। जब कोरोना काल में किसी परिवार का सदस्य बाहर नहीं निकल रहा था, तो कोरोना वॉरियर्स ने मरीजों का इलाज किया और नेशनल अवार्ड तक हासिल किया। नेशनल अवार्ड हासिल करने के बावजूद भी आज कोरोना वॉरियर्स विधानसभा सत्र के पहले दिन सीएम से मिलने तपोवन पहुंचे हैं। इस दौरान निशा काटोच ने बताया कि 11 दिसंबर को ज़ब सरकार एक साल पूरा होने का जश्न मना रही थी, उस समय वॉरियर्स को सीएम से मिलने के लिए रोका गया और नजऱबंद रखा गया।