स्वीकृत 14 पदों में से वर्तमान समय में छ: पद हैं रिक्त मातृ भाषा के ज्ञान से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भजोत्रा के विद्यार्थी वंचित रह रहे हैं।...
भजोत्रा स्कूल में स्टाफ की कमी का विद्यार्थी भुगत रहे खामियाजा
स्वीकृत 14 पदों में से वर्तमान समय में छ: पद हैं रिक्त
मातृ भाषा के ज्ञान से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भजोत्रा के विद्यार्थी वंचित रह रहे हैं। स्कूल में स्वीकृत हिंदी लेक्चरर का पद वर्ष 2018 से रिक्त है। स्वीकृत 14 पदों में से वर्तमान समय में छह पद रिक्त पड़े हैं। इनको भरने के लिए शिक्षा विभाग प्रयास नहीं कर रहा है। इसका खामियाजा विद्यालय में पढ़ने के लिए पांच से सात किलोमीटर का सफर तय कर पहुंचने वाले विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय में रिक्त पदों को भरने के लिए वे कई बार सरकार और विभाग से मांग करते आ रहे हैं। बावजूद इसके अभी तक रिक्त पदों को भरा नहीं जा सका है। अभिभावकों ने प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग से रिक्त पदों को जल्द भरने की मांग की है।
भजोत्रा विद्यालय में वर्तमान समय में 190 विद्यार्थी शिक्षा कर रहे अर्जित
अभिभावकों कर्म चंद, पवन कुमार, सुरेश कुमार, दर्शन सिंह, कमलेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, देसराज, संजीव कुमार आदि ने बताया कि भजोत्रा स्कूल में वर्ष 2016 से अंग्रेजी, आईटी के प्रवक्ता और वर्ष 2018 से हिंदी के प्रवक्ता के पद रिक्त हैं। इसके अलावा नॉन मेडिकल के शिक्षक की तैनाती के बाद उसे यहां से योल कैंट प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया है। सीएंडवी में पीटीआई और एलटी के पद रिक्त हैं। विद्यालय में वर्तमान समय में 190 विद्यार्थी शिक्षा अर्जित कर रहे हैं। ये विद्यार्थी ग्राम पंचायत भजोतरा, नड्डल, बाड़का से पैदल पांच से सात किलोमीटर का पैदल सफर तय कर पहुंचते हैं। प्रधानाचार्य बृजमोहन भारद्वाज ने बताया कि शिक्षा विभाग को रिक्त पदों के बारे में अवगत करवाया है। सरकार के आदेश पर रिक्त पदों को भरा जाएगा।