दिन: शुक्रवार। समय सुबह 9: 40 बजे। स्थान: खड़ामुख के समीप रावी नदी में भारी भूस्खलन। भूस्खलन से निर्मित कृत्रिम झील में खतरे की सूचना मिलते ही जिला आप...
कृत्रिम झील में भूस्खलन, करियां में फंसे लोगों का किया रेस्कयू
दिन: शुक्रवार। समय सुबह 9: 40 बजे। स्थान: खड़ामुख के समीप रावी नदी में भारी भूस्खलन। भूस्खलन से निर्मित कृत्रिम झील में खतरे की सूचना मिलते ही जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और डिप्टी कमांडेंट सीआईएसफ को सूचित करने के पश्चात जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र को अलर्ट भेजा है। डिप्टी कमांडेंट सीआईएसफ राष्ट्रीय जल विद्युत परियोजना की ओर से इंसिडेंट कमांडर की भूमिका निभा रहे हैं।
जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र ने तुरंत आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी विभागीय अधिकारियों को सतर्कता संदेश भेजा। विभिन्न विभागीय अधिकारियों की टीम एवं बचाव दल स्टेजिंग एरिया करियां हेलिपैड को तत्काल रवाना हो रहे हैं। बग्गा डैम तथा मैहला घार में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आवश्यक मशीनरी, उपकरणों सहित बचाव दलों, मेडिकल रिस्पांस टीम को भेजा जा रहा है। करियां के पास बढ़े जलस्तर में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए लिए बचाव दल ने समन्वय आधारित गतिविधियों से तेज जल प्रवाह में बचाव कार्यों के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बचाया। जिले में प्राकृतिक आपदाओं के दृष्टिगत त्वरित आपातकालीन प्रतिक्रिया सुनिश्चित बनाने को लेकर उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) मुकेश रेपसवाल की देखरेख में मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया।
उपमंडल भरमौर के तहत खड़ामुख के समीप रावी नदी में ऊपरी पहाड़ी क्षेत्र से भारी भूस्खलन की वजह से बनी अस्थायी झील से निचले क्षेत्रों में पैदा हुए भारी बाढ़ से संभावित खतरे को आधार माना। इसको लेकर अभ्यास किया। मॉक ड्रिल में एसडीएम चंबा प्रियांशु खाती ने इंसिडेंट कमांडर की भूमिका निभाई। उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल ने मॉक ड्रिल के सफल आयोजन पर संबंधित सभी विभागीय अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई, अनुशासित भागीदारी और समन्वित दृष्टिकोण को सराहा।